मोहाली । विक्की मिड्डूखेड़ा फाउंडेशन दूरदर्शी स्टूडेंट लीडर स्वर्गीय विक्की मिड्डूखेड़ा के जन्मदिन के मौके पर, शनिवार 26 जुलाई को, उत्तर भारत में हरे-भरे वातावरण और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक बड़े पैमाने पर पौधरोपण अभियान की शुरुआत करेगी। उल्लेखनीय है कि विक्की मिड्डूखेड़ा को अकाली दल के स्टूडेंट्स पॉलिटिकल यूनिट, स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया को पंजाब यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति में एक प्रभावशाली ताकत बनाने का श्रेय दिया जाता है।
स्वर्गीय विक्की मिड्डूखेड़ा के बड़े भाई अजयपाल मिड्डूखेड़ा ने विक्की के जन्मदिन के मौके पर ‘गो ग्रीन 2025’ नामक पहल की घोषणा करते हुए कहा कि विक्की ने अकेले दम पर एसओआई को पीयू में एक सफल पार्टी बनाया था। वह पंजाब और पीयू की छात्र राजनीति में एक क्रांतिकारी बदलाव थे। दुर्भाग्य से, विक्की मिड्डूखेड़ा को बहुत कम उम्र में ही नियति के क्रूर हाथों ने छीन लिया।
उन्होंने आगे कहा कि इस साल ‘गो ग्रीन 2025’ प्रोजेक्ट के तहत हमारी और भी महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। अजयपाल ने आगे कहा कि पिछले साल हम पंजाब के लगभग हर ज़िले तक पहुंच गए थे, लेकिन 2025 में हम इसे और बढ़ा रहे हैं। इस साल हमारा पंजाब और अन्य सभी राज्यों में लगभग 50,000 पौधे लगाने का लक्ष्य है। हमारी योजना निकट भविष्य में 1 लाख पौधे लगाने की है।
अजयपाल मिड्डूखेड़ा ने बताया कि फाउंडेशन के पास लक्षित क्षेत्रों में लगभग 20,000 समर्पित वालंटियर हैं। अजयपाल मिड्डूखेड़ा ने कहा कि हमें विश्वास है कि हम इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वनीकरण के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे, क्योंकि पिछले साल हमें उस क्षेत्र में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी जहां हमने पौधरोपण और वनीकरण अभियान चलाए थे।
उल्लेखनीय रूप से, फाउंडेशन एरोसिटी क्षेत्र में जागरूकता यात्राएं आयोजित करेगा ताकि लोगों को जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए ग्रीन कवर के महत्व का एहसास कराया जा सके – जो न केवल पंजाब या भारत में, बल्कि इस समय पूरी दुनिया और पूरी मानव जाति के लिए एक बड़ी चुनौती है।
अजयपाल मिड्डूखेड़ा ने कहा कि “हम मोहाली के उन इलाकों में एक बड़ा वनरोपण अभियान चला रहे हैं जहां हरियाली और पेड़ों की ज़रूरत है। फाउंडेशन ने चपरचिड़ी में भी ज़मीन की पहचान की है जहां हरियाली की सख़्त ज़रूरत है, इस इलाके में वनरोपण अभियान चलाया जाएगा। हम मोहाली को एक ऐसी जगह बनाना चाहते हैं जहां लोग ताज़ी हवा में सांस ले सकें और प्रदूषण मुक्त वातावरण में रह सकें।