भारत और ब्रिटेन ने एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ने की उम्मीद है। 6 मई को, दुनिया की पाँचवीं और छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ने 2022 से चल रही बातचीत को पूरा किया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करेगा। ब्रिटेन सरकार ने इसे यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद का सबसे बड़ा व्यापार सौदा बताया, जबकि मोदी ने इसे “ऐतिहासिक” कहा।
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते की मुख्य विशेषताएं:
- निर्यात लाभ: ब्रिटेन के बाजार में 99% भारतीय निर्यात पर शून्य शुल्क, जिससे भारतीय उत्पाद अधिक प्रतिस्पर्धी होंगे।
- आयात शुल्क में कटौती: भारत 90% टैरिफ लाइनों पर शुल्क कम करेगा, जिनमें से 85% एक दशक में पूरी तरह शुल्क-मुक्त होंगे।
- ब्रिटिश उत्पादों पर छूट: व्हिस्की, चिकित्सा उपकरण, उन्नत मशीनरी, और भेड़ के मांस पर कम शुल्क।
- भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सस्ते उत्पाद: सौंदर्य प्रसाधन, एयरोस्पेस, मेमना, सैल्मन, विद्युत मशीनरी, शीतल पेय, चॉकलेट, और बिस्कुट।
- ब्रिटिश खरीदारों के लिए सस्ते उत्पाद: कपड़े, जूते, और खाद्य उत्पाद जैसे जमे हुए झींगे।
- मोटर वाहन टैरिफ: कोटा के तहत टैरिफ 100% से घटकर 10% होगा।
- सामाजिक सुरक्षा छूट: ब्रिटेन में कार्यरत भारतीय कर्मचारियों को तीन साल तक सामाजिक सुरक्षा भुगतान से छूट।
- निर्यात अवसर: वस्त्र, समुद्री उत्पाद, चमड़ा, जूते, खेल का सामान, खिलौने, रत्न और आभूषण, इंजीनियरिंग सामान, ऑटो पार्ट्स, और कार्बनिक रसायनों में वृद्धि।
- नेताओं की प्रतिक्रिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “ऐतिहासिक उपलब्धि” बताया, और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ फोन पर इसकी घोषणा की।